"शब्द भीतर रहते हैं तो सालते रहते हैं, मुक्त होते हैं तो साहित्य बनते हैं"। मन की बाते लिखना पुराना स्वेटर उधेड़ना जैसा है,उधेड़ना तो अच्छा भी लगता है और आसान भी, पर उधेड़े हुए मन को दुबारा बुनना बहुत मुश्किल शायद...।
'तकिया' का आविष्कार जिसने भी किया हो वह सदा स्मरणीय रहेगा।
आधी तकिया मिले तो प्यार है
पूरी मिल जाये अधिकार है
बीच मे आ जाये तो तकरार है
एक जब न दिखे तो इनकार है
तकिया जब कभी बनी दीवार है
बाहों का तकिया फिर मनुहार है।
#तकिया