जुलाई में जन्म हुआ श्रीमती जी का १९ को , अगस्त में मेरा, पहली को , अगस्त में ही बड़े बेटे अनिमेष का २५ को और अंत में सितम्बर में छोटे बेटे अभिषेक का २८ को | माह तो क्रम वार हैं ही , तिथियाँ भी बड़े से छोटे के क्रम में हैं | ( ०१/१९/२५/२८ )
वर्ष में १२ माह होते हैं परन्तु हमारे यहाँ तीन माहों में ही हम सब के जन्म दिन हो जाते हैं | पार्टियां करो तो लोग कहते हैं , यार इनके यहाँ तो रोज ही जन्म दिन होता है | जब बच्चे छोटे थे तब दोनों का जन्म दिन हमलोग अक्सर किसी एक की ही तिथि पर मना लिया करते थे | पर उस दशा में दोनों में गिफ्ट के लिए बहुत लड़ाई होती थी |
आज अभिषेक का जन्म दिन है | बचपन से बहुत शरारती , बहुत बात करने वाला , अत्यंत जिज्ञासु , मेरी नाक में दम करने वाला , अनिमेष से खूब लड़ाई करने वाला ( एक बार एक घूंसे में अनिमेष की नाक से खून निकाल दिया था ) और अपनी मम्मी का चहेता नंबर वन | मेरे आफिस की सारी बातें सुन सुन कर मुझ से ही प्रश्न करता रहता था कि , पापा आप करते क्या हो , रोज़ रोज़ ट्रांसफार्मर फुंकते रहते है | किसी भी सिस्टम से बेहतर आउट पुट कैसे लिया जा सकता है , इस पर मनन करने का तो जैसे शौक है उसे | किताबों के प्रति बहुत शुरू से लगभग कक्षा १ से ही लगाव हो गया था और आज तो अच्छी खासी एक लाइब्रेरी बन चुकी है हमारे घर में |
पढ़ाई में सदा मेधावी , सारे ओलंपियाड में मेडल और साइटेशन मिला | 'किशोर वैज्ञानिक प्रोत्साहन योजना' में अंत तक सफल हुआ | परन्तु आई आई टी में चयन होने के कारण स्कालरशिप नहीं मिली , क्योंकि वह स्कालरशिप प्योर साइंसेस के लिए थी | अभी इरादा एम एस करने का बना रहा है , देखें आगे क्या होता है |
कभी कभी लगता है जैसे ईश्वर से मेरी बहुत अच्छी दोस्ती सी है , जो उनसे कहता हूँ बस हो जाता है | पुनः प्रार्थना है उस दोस्त सरीखे ईश्वर से, बस मेरे दोनों बेटों पर अपना स्नेह और आशीर्वाद बनाए रखें | हम पति पत्नी तो बस उनकी ख़ुशी में ही धन्य रहेंगे सदा |
अभिषेक , बहुत बहुत प्यार पापा का और तुम्हारी मम्मी का | एक शिकायत तुम्हारी मम्मी की,मुझे करनी है , तुम दोनों के जाने के बाद से मुझे यार घर में वह सीरियसली लेती ही नहीं | हाँ ! एक बात और तुम्हारी जिद के कारण मम्मी ने जिम जाना और मैंने घर पर ही रेगुलरली ट्रेड मिल शुरू कर दिया है ।
अपने दोस्तों को पार्टी -शार्टी दे देना । बस ।
-पप्पा।
" तुम दोनों में ही तो प्राण बसते हैं हम दोनों के "
अपने दोस्तों को पार्टी -शार्टी दे देना । बस ।
-पप्पा।
" तुम दोनों में ही तो प्राण बसते हैं हम दोनों के "