वो महका किये,
हम बहका किये,
वो संवरते रहे,
हम देखा किये,
वादा वो करते गए,
हम निभाया किये,
गुनाह वो करते रहे,
सज़ा हम पाते रहे,
हम चुप ही रहे,
वो चहका किये,
आंसू हम पीते रहे,
वो खिलखिलाते रहे,
हम दुआ करते रहे,
वो सलामत रहें ,
वो सलामत रहें ,
फिर भी हमको वो,
बद-दुआ समझा किये,
खुश रहें वो अपनी दुनिया में सदा,
हम बस यही दुआ करते चले |
इस तरह प्यार करते गए ... बहुत खूब
जवाब देंहटाएंखुश रहें वो अपनी दुनिया में सदा,
जवाब देंहटाएंहम बस यही दुआ करते चले |
वाह ...बहुत खूब
बहुत बहुत सुन्दर...
जवाब देंहटाएंहम दुआ करते रहे,
दुआ उनको लगती रही,...इससे अगर यूँ कहा जाये तो..???अन्यथा ना लें...
हम दुआ करते रहे,
वो सलामत रहे...
आपका कविता कहने का अंदाज़ बहुत पसंद आया..
सादर.
सुझाव के लिए आभार..
हटाएं'पंक्ति' आपके अनुसार परिवर्तित कर दी |
सुन्दर रचना!
जवाब देंहटाएंदुआ करते रहे, इसलिए तो वो खुश हैं... सुन्दर भाव
जवाब देंहटाएंसुंदर भाव युक्त रचना
जवाब देंहटाएंखिलखिलाना तो उनका रहा बेवजह,
जवाब देंहटाएंक्या कहें प्यार अपना तो बढ़ता गया।
बहुत ही खुबसूरत...
जवाब देंहटाएंउनके लिए ये सब करना भी आसान लगता है ...
जवाब देंहटाएंवाह बहुत खूब
जवाब देंहटाएंउनके सदके में सब मंज़ूर हैं ....
गुनाह वो करते रहे,
जवाब देंहटाएंसज़ा हम पाते रहे,
बहुत खूब...वाह
नीरज
यही तो दुनिया का चलन है- इक हसता है तो सौ रोते हैं।
जवाब देंहटाएंख़ुदा ऐसे मित्र सबको दे...
जवाब देंहटाएंuthaye ja unke sitam aur jiye jaa
जवाब देंहटाएंyunhi muskuraye ja,duaayen diye jaa.....
सुंदर रचना के लिए आपको बधाई
जवाब देंहटाएंगणतंत्र दिवस की शुभकामनाएं....
जय हिंद...वंदे मातरम्।
बहुत ही सुन्दर भावाभिव्यक्ति.
जवाब देंहटाएंbahut sundar bhaav ...
जवाब देंहटाएंbahut sundar ..pyar se bharpoor rachna "wo mehka kiye ..hum behka kiye " bahut hi khoobsurat aagaj hai rachna ka ..man moh liya aapki is pyari si rachna ne :-) badhai
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