जन्मदिन की शाम को बच्चे बड़ी उत्सुकता से देखते हैं उन्हें क्या तोहफा मिला ,कौन आया कौन गया | उसी तरह आज मै तुम्हारे जन्म दिन पर सोच रहा हूँ कि इतने बीते दिनों में, मै तुम्हे कितनी खुशियाँ दे पाया और तुम्हारी ज़िन्दगी में कितने लोगों को जोड़ पाया और कितने ना जाने किन कारणों से छूटते गए | जन्म दिन मनाने की परंपरा का शायद यही कारण होगा कि उस दिन उस व्यक्ति के जीवन को महत्वपूर्ण बना कर उसके होने और उसके ना होने का अर्थ समझा जाए | जीवन को जीने के प्रति या दुनियादारी के सम्बन्ध में हम तुम एक राय बहुत कम ही रहे, पर पल भर के लिए भी तुम आँखों से ओझल होती हो तो जीना दुश्वार हो जाता है ,हम सभी का | बच्चे बड़े हो रहे थे ,उन के साथ हम भी बड़े हो रहे थे ,अब वे दोनों हॉस्टल (I I T-K) में चले गए,हम फिर वापस अपने शुरूआती दिनों में आ गए | इसे यूँ समझो कि बच्चे गर्भ में दो बार आते हैं ,पहली बार माँ के गर्भ में जब बढ़ते हैं तब माँ का भी पेट बच्चे के बढ़ने के साथ बड़ा होता जाता है ,बच्चे के जन्म के बाद माँ का पेट पुनः वापस छोटा हो जाता है | उसी तरह बच्चा फिर जन्म के बाद परिवार के गर्भ में आता है और विकसित होता रहता है ,जिसके विकास के साथ माँ-बाप भी अपने को बड़ा होता महसूस करते रहते हैं | फिर जब बच्चा परिवार से बाहर चला जाता है ,पुनः माँ-बाप वापस शुरूआती ज़िन्दगी के दौर में आ जाते हैं | शायद यही कारण है कि मै अभी भी कभी कभी बचपना कर जाता हूँ और तुम कह उठती हो "अब तो बड़े बन जाइए "|
मेरी कमी शायद यह रही कि, मै बहुत vocal नहीं रहा या यह कहो कि मुझे यह सब आपस में flirt करना जैसा लगता था ,पर इसका खामियाजा यह रहा कि मेरे दिल की बात हमेशा मेरे दिल में ही रह गई और तुम इसे कमी मान अपने में सिमटी रहीं |
कभी कभी लगता है, जीवन एक उस पज़ल जैसा है ,जिसमें अंग्रेजी के अक्षर या अंक बेतरतीब से होते हैं ,जो एक दूसरे के ऊपर खिसका खिसका कर चलाये जाते है और उन्हें सही क्रम में लगाना होता है | उसमे उन अक्षरों या अंकों को चलाने के लिए एक खाना खाली होता है ,अगर वह एक खाली खाना ना हो तो उस पज़ल को हल करना नामुमकिन होता | उसी तरह ज़िन्दगी में "कमी" का एक खाना खाली होता है, उसी space को अन्य चीज़ों यथा 'रिश्ते','नाते', 'धन दौलत' इत्यादि से लोग भरते रहते हैं ,फिर भी "कमी" वाले space को बनाए रखना होता है ,तभी जीवन की पज़ल को हल कर सकते हैं | शायद इसी लिए सब कुछ होते हुए भी तुम कुछ रिक्तता महसूस करती हो ,पर मै नहीं करता, क्योंकि वह रिक्तता अत्यंत आवश्यक है ,जीवन को चलाने के लिए |
तुम सदा रिक्तता को पूर्णता से भरती रहो ,बस ईश्वर से यही प्रार्थना है | "जन्म दिन की बहुत बहुत शुभकामनाये |"
बढिया फ़्लर्ट किया है। :)
जवाब देंहटाएंनिवेदिता जी को जन्मदिन की शुभकामनायें। मंगलकामनायें।
निवेदिता जी
जवाब देंहटाएंको जन्मदिन पर बहुत बहुत बधाई और शुभकामनाएँ।
happy birthday...
जवाब देंहटाएंभौजी को जन्मदिन की वर्षगांठ पर हार्दिक शुभकामनायें .--मृगांक
जवाब देंहटाएंआप दोनों हमेशा खुश रहें .................निवेदिताजी को जन्मदिन की ढेरों बधाइयाँ
जवाब देंहटाएंप्रवाहमयी भावानात्मक वक्तव्य। आपके माध्यम से हमारी ओर से भी जन्मदिन की शुभकामनायें।
जवाब देंहटाएंआदरणीया निवेदिता जी को जन्मदिन की बहुत बहुत शुभकामनाएं.
जवाब देंहटाएंसादर
बहुत खुबसूरत प्यारी पोस्ट !
जवाब देंहटाएंआप दोनों को बहुत बहुत शुभकामनाएं !
क्या बात है!......बधाई हो तो ऐसी हो....जीजाजी आपने आज दीदी को पुनः जीत लिया...
जवाब देंहटाएंजन्मदिन पर इतने सुन्दर शब्दों का उपहार ..वाह दिल को छू गये यह शब्द ..बहुत-बहुत बधाई के साथ शुभकामनाएं ।
जवाब देंहटाएंआप का बलाँग मूझे पढ कर अच्छा लगा , मैं भी एक बलाँग खोली हू
जवाब देंहटाएंलिकं हैhttp://sarapyar.blogspot.com/
आपको मेरी हार्दिक शुभकामनायें.
अगर आपको love everbody का यह प्रयास पसंद आया हो, तो कृपया फॉलोअर बन कर हमारा उत्साह अवश्य बढ़ाएँ।
लिकं हैhttp://sarapyar.blogspot.com/
आपको मेरी हार्दिक शुभकामनायें.
अगर आपको love everbody का यह प्रयास पसंद आया हो, तो कृपया फॉलोअर बन कर हमारा उत्साह अवश्य बढ़ाएँ।
क्या बात है!......बधाई हो तो ऐसी हो...
जवाब देंहटाएंनिवेदिता जी को जन्मदिन की शुभकामनायें।
जवाब देंहटाएंmany many happy returns of the day............apne ehsaso ko aunty ke liye bhut hi rochak andaaz me likha hai aapne..:)
जवाब देंहटाएंVery beautiful and emotional post ! Many happy returns of the day to dear Nivedita ji .
जवाब देंहटाएंबधाई और शुभकामनाएं....
जवाब देंहटाएंबहुत बहुत बधाई!
जवाब देंहटाएंआपकी प्रविष्टी की चर्चा कल बुधवार के चर्चा मंच पर भी की गई है!
यदि किसी रचनाधर्मी की पोस्ट या उसके लिंक की चर्चा कहीं पर की जा रही होती है, तो उस पत्रिका के व्यवस्थापक का यह कर्तव्य होता है कि वो उसको इस बारे में सूचित कर दे। आपको यह सूचना केवल उद्देश्य से दी जा रही है!
bahut bahut badhai ho sir.....
जवाब देंहटाएंblog pariwar ka naya sadasya hun......
mere blog ko aapka intzaar rahega.....
Happy birthday to Nivedita ji.
जवाब देंहटाएंYour this post is also a beautiful gift to Nivedita ji.
जनम दिन की बहुत बहुत बधाई निवेदिता जी को ...
जवाब देंहटाएंबहुत सुन्दर नाज़ुक कोमल और गहरे शब्दों का उपहार दिया है आपने ...
pyaar se badhker aur kya .... nivedita main thi nahin , bahut aashish
जवाब देंहटाएंMadhury bhara sahchry bana rahe , shubhkamnaye
जवाब देंहटाएंkoi pati apni patni ko isse behtar tohfa nahi de sakta ki wo use apnje mn ki baat itne prem aur anurag se kahe....mujhe lagta hai aapki nivedita is tohfe ko pakar bahut khush hui hongi.....aap dono ko prem bhare jeevan ke lie shubhkamnaein...
जवाब देंहटाएंदेर से आने पर भी इतनी प्यारी पोस्ट पढ़कर टिप्पणी किए बिना जाना बेमानी होगा....तोहफे को इतना प्यारा तोफहा....नायाब...
जवाब देंहटाएंनिवेदिता जी को जन्मदिन की शुभकामनायें। (बहुत देरी से)
जवाब देंहटाएंआपको शुभकामनाएँ वहाँ दे आये समय पर. :)
भाव प्रवाह पोस्ट,
जवाब देंहटाएंहमारी तरफ से भी (देरी से) जन्मदिन की बहुत शुभकामनायें.
क्या बात है....!
जवाब देंहटाएंrabb aap donon ke pyaar mein कभी कमी न aane de .....
हमारी और से भी जन्म दिन मुबारक निवेदिता जी ....:))
भैया, बहुत दिल से बहुत प्यारा लिखा है आपने...। दिल तक गयी आपकी इन बातों के लिए दिल से दुआ...आप दोनों सदा खुश रहें...।
जवाब देंहटाएंजन्मदिन बहुत मुबारक़ हो निवेदिता भाभी...आपकी मधुर खिलखिलाहट हमेशा और ज़ोरदार होती जाए...आमीन !!!