बादलों की खुशमिजाजी
यूँ ही नही होती
बेमौसम बारिश
यूँ ही नही होती
जुल्फें उड़ी होंगी
आंखे मिची होंगी
हवाओं में खुशबू
यूँ ही नही होती
कहीं कोई इश्क
मुकम्मल हुआ है
बीती रात
इतनी मासूम सुबह
यूँ ही नही होती।
#ऑसममौसम
यूँ ही नही होती
बेमौसम बारिश
यूँ ही नही होती
जुल्फें उड़ी होंगी
आंखे मिची होंगी
हवाओं में खुशबू
यूँ ही नही होती
कहीं कोई इश्क
मुकम्मल हुआ है
बीती रात
इतनी मासूम सुबह
यूँ ही नही होती।
#ऑसममौसम
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