'त्वचा' ही एकमात्र ऐसी इन्द्रिय है जो मनुष्य का साथ मृत्यु तक देती है । 'आँख' ,'कान','जिह्वा' और 'नाक' तो अपने दायित्वों में असफल हो सकते हैं परन्तु 'त्वचा' जो एक प्रकार से मनुष्य का प्राकृतिक आवरण भी है ,अंत तक अपने एहसास को जीवित रखती है ।
'त्वचा' बेहद संवेदनशील होती है । स्पर्श के प्रकार से ही त्वचा जान लेती है कि उसके संपर्क में आने वाले व्यक्ति के मन के भाव क्या और कैसे हैं । कभी कभी तो अपने किसी 'प्रिय' का केवल एक हल्का सा स्पर्श बेहद सुकून औए दिलासा देने वाला होता है । स्पर्श का विस्तार और उसमे लिया गया समय भी दोनों के संबंधों के विषय में बहुत कुछ कह देता है ।
आजकल अधिकतर मोबाइल,टीवी,किचेन के उपकरण या कार के कंट्रोल पैनेल और ना जाने क्या क्या ,सभी टच-स्क्रीन के साथ ही आ रहे हैं । बस हल्का सा स्पर्श और आपके मन का हो गया । जो चाहे आइकोन ऊपर ही बना लीजिये ,जिसे चाहिए उसे प्रयोग करें । फिर, उसे बस एक स्पर्श से रीमूव कर डस्ट-बिन में डाल दें ।कितना सरल और सहज लगता है ये सब।
अब बात हमारे दिल की । दिल की सतह भी बस एक टच स्क्रीन की तरह ही रखनी चाहिए ।दिल में कोई विकार या चिंता के भाव उत्पन्न हो तब बस उसे दिल के ऊपर से ही महसूस करें ,उस पर उंगली रखें और उँगली से उसे पकडे पकडे ड्रैग करते हुए एक काल्पनिक डस्ट-बिन में डाल दें । समस्या समाप्त । अपने प्रिय लोगों के आइकोन बना उन्हें दिल के सतह पर ही सजा लें और जब चाहे बस स्पर्श मात्र से ही उन्हें महसूस कर लें ।
अनचाहे लोगों को बस एक स्पर्श से अपने दायरे से बाहर कर दें ।आवश्यकता केवल यह विश्वास बनाने की है कि हमारा दिल हमारा है और इसे बस एक स्पर्श मात्र से ही हम नियंत्रित कर सकते हैं । बस दिल पर हाथ रख लें और उसका स्पर्श महसूस करें । जब आप स्वयं कभी व्यथित होंगे तब वो दिल ही बोल उठेगा 'आल इज वेल ' ।
बस दिल की सतह को एक टच-स्क्रीन से सिमुलेट करें और अपने मन के अनुसार कस्टमाइज कर लें और फिर बस आपके एक स्पर्श मात्र से ही दिल का पूरा नियंत्रण ।
हाँ ! पासवर्ड से इसे आप लाक भी कर सकते हैं ,जिससे आप से दूसरा कोई बगैर आपकी जानकारी के छेड़छाड़ न करे । कोई ख़ास आपका अगर आपका पासवर्ड हैक कर ले ,फिर चूंकि वो आपका 'ख़ास' है तब तो हैक करने का हक़ बनता ही है न ...शायद ।
दिल तो हमेशा से टच स्क्रीन रहा है ..
जवाब देंहटाएंअच्छी प्रस्तुति !
जवाब देंहटाएंदुख आने के पहले हाइबरनेट हो दायें हम सब..
जवाब देंहटाएंवाह क्या कमाल का आईडिया है...............
जवाब देंहटाएं(काश के ऐसा हो पाता..............मगर जिनकी चमडियाँ मोटी हैं उनका क्या???)
बेहतरीन प्रस्तुति अमित जी.......
बहुत बढ़िया.
अनु
वाह क्या कमाल का आईडिया है...............
जवाब देंहटाएं(काश के ऐसा हो पाता..............मगर जिनकी चमडियाँ मोटी हैं उनका क्या???)
बेहतरीन प्रस्तुति अमित जी.......
बहुत बढ़िया.
अनु
दिल टच स्क्रीन तो है पर हेंडल विद केयर भी ..
जवाब देंहटाएंसुन्दर प्रस्तुति.
बड़ी टची पोस्ट है! :)
हटाएंबेहद उम्दा तरीके से आपने अपनी बात को समझाया ... आभार !
जवाब देंहटाएंइस पोस्ट के लिए आपका बहुत बहुत आभार - आपकी पोस्ट को शामिल किया गया है 'ब्लॉग बुलेटिन' पर - पधारें - और डालें एक नज़र - चुनिन्दा पोस्टें है जनाब ... दावा है बदहजमी के शिकार नहीं होंगे आप - ब्लॉग बुलेटिन
:):) अच्छा आइडिया है ...
जवाब देंहटाएंआपकी इस प्रविष्टी की चर्चा आज के चर्चा मंच पर की गई है।
जवाब देंहटाएंचर्चा में शामिल होकर इसमें शामिल पोस्ट पर नजर डालें और इस मंच को समृद्ध बनाएं....
आपकी एक टिप्पणी मंच में शामिल पोस्ट्स को आकर्षण प्रदान करेगी......
तभी तो हैक करने का हक़ बनता है न,
जवाब देंहटाएंबढ़िया प्रस्तुति,सुंदर दिल को टच करती अभिव्यक्ति,
MY RECENT POST काव्यान्जलि ...: कवि,...
व्हाट अन आइडिया सर जी :)
जवाब देंहटाएंकाश ऐसा हो पाए कि दिल की गहराई में दर्द जाए ही नहीं....
जवाब देंहटाएंएक बड़ा प्यारे सरल सुझाव के लिए बधाई !
:) agar sach me ye possible ho paya to kitna accha hoga....ekdam naya sa vichaar....
जवाब देंहटाएंNice idea ji... :)
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