शनिवार, 20 नवंबर 2010

"latent heat" और "talent"


 "लेटेन्ट हीट" यानी गुप्त उष्मा,जो निर्धारित करती है कि कोई पदार्थ अपनी अवस्था परिवर्तन मे कितना समय लेगा और कितनी उष्मा absorb अथवा release करेगा।समान तापक्रम की दो भिन्न वस्तुओं में उष्मा की मात्रा अलग अलग होती है।बिलकुल इसी से मिलता-जुलता है "टैलेन्ट"। 'talent' ही तय करता है कि कोई व्यक्ति किसी एक स्थिति से दूसरी स्थिति में जानें में कितना समय और कितनी ऊर्जा लेता है। यही स्थिति अंक निर्धारण में  भी है।

यह सच है कि यदि qualifying marks -६० हैं,तब ५९ अंक पाने वाला अनुतीर्ण हो जाता है । लोग समझते हैं कि केवल ०१ अंक का ही अंतर था और वह अनुत्तीर्ण हो गया।जबकि ऐसा नही है।५९ अंक से ६० अंक जाने में 'latent heat' की तरह ही 'talent' का रोल होता है। बिलकुल वैसे ही जैसे ९९ डिग्री तापमान के पानी और १०० डिग्री तापमान की भाप में निहित ऊष्मा की मात्रा बिलकुल भिन्न होती है।
             
'talent' को amount of "enthalpy" से भी simulate कर सकते हैं। परीक्षाऒं में अंक निर्धारण में असमंजस की स्थिति से बचने के लिये ही अब percentile का concept तेजी से लागू हो रहा है।जिसमें सीधे सीधे कौन कितना talent contain कर रहा है उसकी relative स्थिति प्रदर्शित हो जाती है।
             
वैसे भी 'talent' यदि 'latent' मोड (mode) में हो तभी ज्यादा शोभित भी होता है,इसीलिये इत्तिफ़ाकन talent और latent की वर्तनी भी एकसमान ही है ,शायद ।

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