जितने भी काउंटर पब्लिक डीलिंग के होते हैं जैसे रेलवे स्टेशन, बस स्टेशन, बैंक, हाउस टैक्स, वाटर टैक्स, बिजली टेलीफोन के बिल जमा करने वाले या किसी भी अभिलेखों में updation कराने वाले काउंटर, इन सभी जगहों पर काउंटर पर बैठा व्यक्ति अपने सामने डेस्क टॉप पर काम करता रहता है।
काउंटर के इधर से व्यक्ति अपना विवरण बोलता रहता है, जिसे काउंटर वाला व्यक्ति सिस्टम में फीड करता है।
काउंटर के इधर वाले व्यक्ति को पता नही चलता कि उसके विवरण के विषय मे सिस्टम पर बैठा व्यक्ति क्या फीड कर रहा है। कई बार तो वह उचक कर देखना चाहता कि विवरण कहीं गलत तो नही भरा गया है।
उचित होगा कि उस सिस्टम से जुड़ी एक स्क्रीन काउंटर पर बाहर की तरफ करके लगाया जाना चाहिए जिससे कि जो भी आंकड़े, विवरण सिस्टम पर फीड किया जा रहा हो उसे सम्बंधित व्यक्ति स्वयं भी देखता रहे और कोई त्रुटि होने पर उसे इंगित कर सके।
कई बार आधार नम्बर या पैन नम्बर जोर जोर से चिल्ला कर बोलने पर भी काउंटर वाला व्यक्ति गलत ही पंच कर देता है।हाउस टैक्स वाटर टैक्स जमा करते समय (online जमा करने वालों की बात नही हो रही, वैसे कभी कभी त्रुटि उसमे भी रहती है) पिछला विवरण देखने की भी उत्सुकता रहती है जिसके विषय मे प्रायः वृद्ध लोग जोर जोर से पूछते रहते हैं पर काउंटर वाला व्यक्ति झुंझला कर बताता कुछ नही।
यदि एक अतिरिक्त स्क्रीन बाहर की तरफ रुख कर लगी हो तो किसी भी क्वेरी का जवाब वो बिना बोले बस कर्सर को हिला डुला कर पूछी गई जानकारी के ऊपर रख कर शंका का निवारण कर सकता है।
यह अतिरिक्त स्क्रीन थोड़ा बड़ी हो और इसके फॉन्ट साइज़ भी बड़े हों।
छोटी सी व्यवस्था से बड़ा समाधान निकल सकता है।
सही है
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