"शब्द भीतर रहते हैं तो सालते रहते हैं, मुक्त होते हैं तो साहित्य बनते हैं"। मन की बाते लिखना पुराना स्वेटर उधेड़ना जैसा है,उधेड़ना तो अच्छा भी लगता है और आसान भी, पर उधेड़े हुए मन को दुबारा बुनना बहुत मुश्किल शायद...।
नैन सो नैन नहीं मिलाऊँ...जो मिलाऊँ तो बात बन जाए...
वाह
बहुत खूब .... आपको दीपोत्सव की शुभकामनाएं !!
आँखों में चमक बनी रहे।
एक नज़र देखो प्रिये,रौशन चराग कर दो तुम ,हर तमस हर लो तुम ,दिल माहताब कर दो तुम,वाह... सुन्दर दिवाली... आपको दीपावली की हार्दिक शुभकामनाएं....
एक नज़र देखा तो पेड भी नारी दिखने लगी :) दीपावली की शुभकामनाएं॥
वाह! सुन्दर.... शुभ दिवाली....
बहुत खूब!
बेहद खुबसूरत .. शुभकामना..
मांग पूरी हुई? क्या जबाब आया? :)
नैन सो नैन नहीं मिलाऊँ...जो मिलाऊँ तो बात बन जाए...
जवाब देंहटाएंवाह
जवाब देंहटाएंबहुत खूब ..
जवाब देंहटाएं.. आपको दीपोत्सव की शुभकामनाएं !!
आँखों में चमक बनी रहे।
जवाब देंहटाएंएक नज़र देखो प्रिये,
जवाब देंहटाएंरौशन चराग कर दो तुम ,
हर तमस हर लो तुम ,
दिल माहताब कर दो तुम,
वाह... सुन्दर दिवाली... आपको दीपावली की
हार्दिक शुभकामनाएं....
एक नज़र देखा तो पेड भी नारी दिखने लगी :) दीपावली की शुभकामनाएं॥
जवाब देंहटाएंवाह! सुन्दर.... शुभ दिवाली....
जवाब देंहटाएंबहुत खूब!
जवाब देंहटाएंबेहद खुबसूरत .. शुभकामना..
जवाब देंहटाएंमांग पूरी हुई? क्या जबाब आया? :)
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