खुद का एहसास होने के लिए कुछ लिखना जरूरी है ,
पर उसके लिए खुद का आसपास होना भी तो जरूरी है ।
खुद को ढूँढा तो पाया आगोश में उनकी ख्वाहिश के ,
अब आगोश इस कदर हो तो तड़पना भी जरूरी है ।
ढुलक जाए लाख आँसू उनकी यादों में ,
पर नाम उनका लूँ तो मुस्कुराना भी जरूरी है ।
मोहब्बत मुझसे वो करें न करें मर्जी उनकी ,
पर मेरी हिचकियों का हिसाब लेना जरूरी है ।
ख़्वाब में है ख्वाहिश या ख्वाहिश उनके ख्वाब की ,
उनसे नज़र एक बार मिलाना भी तो जरूरी है ।
अकेले में वो तबस्सुम लिए फिरते तो हैं होंठों पे ,
इश्क हमी से है उनको तसदीक करना भी तो जरूरी है ।
ढुलक जाए लाख आँसू उनकी यादों में ,
जवाब देंहटाएंपर नाम उनका लूँ तो मुस्कुराना भी जरूरी है ।
प्रेमपगे अहसास .....
सीधे दिल से...
जवाब देंहटाएंमोहब्बत मुझसे वो करें न करें मर्जी उनकी ,
जवाब देंहटाएंपर मेरी हिचकियों का हिसाब लेना जरूरी है ।
ये लाइन दिल को छू गयी।
खुद को ढूँढा , पाया , आंसू , हिचकी , यादे ....
जवाब देंहटाएंमुकम्मल ग़ज़ल !
उम्द्दा पंक्तियाँ ....
जवाब देंहटाएंheart touching.....
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