गुरुवार, 14 नवंबर 2013

"चौदह नवम्बर ……… "



बच्चे सारे ,
सबसे न्यारे ,
लगते आँखों को प्यारे ,

हंस दें ये जब ,
खिल जाये फूल सब ,
सब फूलों से प्यारे बच्चे ,

बोली तोतली  ,
टूटी फूटी ,
पड़ जाए जो कानो में ,

नयन भरे बस हँस दे मन ,
हों जाएँ न्योछावर सब ,
अपने इन लालों पे ,

हो उम्र ,
बचपन की बड़ी ,
तभी जवानी भायेगी ,

क्लेश मिटेगा ,
दुनिया का ,
खुशहाली छा जाएगी ।

6 टिप्‍पणियां:

  1. बच्चों की मासूमियत शब्दों में उड़ेल दी
    बहुत खूब

    जवाब देंहटाएं
  2. हो उम्र बचपन की बड़ी..... यही सबसे ज्यादा जरूरी है आजकल ... दिन ब दिन छोटा होता जा रहा है बचपन.

    जवाब देंहटाएं
  3. बाल दिवस पर बच्चों को स्नेह और आशीर्वाद...

    जवाब देंहटाएं