"............निशब्द "
'जिया' से और क्यों जिया न गया ,
दर्द शायद दिल में पिया न गया ,
ज़ख्मों से उधड़ा जिस्म इस कदर ,
आंसुओं से भी सिया न गया ,
क्यों चले जाते हैं दुनिया से ऐसे लोग ,
जवाब खुदा से भी न कभी दिया गया ||
"अल्लाह से भी रहा न गया तुम्हारे प्यार के बगैर शायद .......जो तुम्हें यूं मजबूर कर दिया "