शनिवार, 25 अगस्त 2012

" अभिमान क्यों न करूँ ......"


अनिमेष,
आज २५ अगस्त,तुम्हारा जन्मदिन ,तुम्हारे जन्म के साथ ही हम लोग नव-दंपत्ति से एक परिवार बन गए थे | तुम्हारे बचपन ने हम लोगों को भरपूर वात्सल्य का सुख प्रदान किया | तुम्हारा घर का नाम 'राजन' तुम्हारे बाबा जी ने रखा और अनिमेष,तुम्हारी मम्मी ने | वो तुम्हे अपलक देखती रहती थीं और नाम अनिमेष रख दिया | अपने बेटे को बड़ा होते देखने से बड़ा सुख और कोई नहीं होता | सब लोगों की ही तरह हम लोग भी चाहते थे कि तुम जल्दी बड़े हो जाओ और इसी के चक्कर में, मैं सदैव तुम्हारी उम्र के हिसाब से बड़ी उम्र के लिए उपयुक्त खिलौने ले आता था और तुम्हारी मम्मी से डांट खाता था ( वो तो आज भी खाता हूँ ) | तुम्हारे जन्म के दो वर्षों बाद अभिषेक / रमन का जन्म हुआ और हम लोगों की ख़ुशी तो अब चौगुनी होनी ही थी क्योंकि अब हम चार जो हो गए थे | मैं सोचता था अब तुम दो लोग हो तो अब तुम लोगों को और शीघ्रता से बड़ा होना चाहिए , मिलजुल कर किया गया काम शीघ्र होता है न | रमन के जन्म के बाद तुम दोनों और तुम्हारी मम्मी की एक टीम बन गई | तुम तीनो खूब मगन रहते थे आपस में ( वो तो आज भी रहते हो ) | मुझे तो याद नहीं, तुम्ही लोग कभी कभी बताते हो कि मैं खिलौने ऐसे लाता था जो तुम लोगों से बड़े बच्चों के लिए होते थे , तुम लोग तो खेलते न थे , मैं ही उनसे उलझता रहता था | ट्राई साइकिल की उम्र में सपोर्ट वाली साइकिल ले आया था | ऐसा ही कुछ किताबों के साथ भी कर देता था | तुम शायद क्लास फोर्थ में थे और मैं तुम्हारे लिए ' ए ब्रीफ हिस्ट्री आफ टाइम ' ले आया था और  क्लास सिक्स्थ में लोनी की 'ट्रिगनामिट्री' दे दी थी | एंट्रापी,एन्थाल्पी,मर्फीज़ ला जैसे टर्म से सिक्स्थ /सेवेंथ क्लास से ही तार्रुफ़ कराता रहता था । खैर, पढ़ाई लिखाई अच्छी चलती रही | शैतानी कभी ऐसी की नहीं कि हम लोगों को कभी डाटना भी पडा हो | हाँ ! खाने पीने में तुमने बहुत तंग किया अपनी मम्मी को | एक बार डाइनिंग टेबल के ऊपर की अलमारी पर से मैं कोई सामान उतार रहा था तब देखा वहां बहुत सारा खाना कई दिनों का , छोटे छोटे कौर की शक्ल में पडा था ,उस दिन बहुत दुःख हुआ था कि तुम अपनी मम्मी की नज़र बचा कर 'कौर' ऊपर फेंक दिया करते थे | उलटा मैंने मम्मी को ही डांटा था कि उसकी फ़ोर्स फीडिंग मत कराया करो | किताबें पढने का शौक तुम्हारी मम्मी को भी था ,वही शौक विरासत में तुम दोनों को मिल गया और परिणाम स्वरूप आज घर में एक छोटी सी लाइब्रेरी बन गई तुम लोगों क़ी | कोशिश तो हमेशा यही रही कि तुम लोगों के मन की बात जानता रहूं पर शायद यह बहुत आसान नहीं क्योंकि जब बच्चे भी सेंसिटिव हो जाते हैं तब वे भी पापा-मम्मी  के मूड को देखकर आपनी बातें छुपा ले जाते हैं | मैंने हमेशा तुम दोनों से अपनी सारी बातें शेयर करी हैं ,हास्टल की भी और जाब की भी और कोशिश करी कि तुम लोगों के सामने ऐसी शैली प्रस्तुत करूँ कि कभी तुम्हे यह न सोचना पड़े कि मेरे पापा ऐसा क्यों करते हैं |

तुम पढ़ते पढ़ते कब बड़े हो गये और तुम्हारे पीछे पीछे अभिषेक/रमन भी तुम्हे ही फालो करते करते तुम्हारे तो पीछे ही लग गया और आई.आई. टी. में भी तुम्हारे ही पास पहुच गया और तुम्हारे हास्टल और तुम्हारे दोस्तों में  तुमसे ज्यादा पापुलर हो गया | तुम दोनों का 'आई.आई.टी.' में होना अच्छा तो लगता ही है पर जब दूसरे लोग यह सुनकर खुश होते हैं और अचंभित भी,तब थोड़ा सा अभिमान भी होता है, तुम दोनों पर और तुम्हारी मम्मी पर | परन्तु आई.आई.टी. में होना ही पर्याप्त नहीं , अभी बहुत कुछ करना शेष है और तुम अपना पोटेंशिअल जानते हो ,बस अपने 'पन' पर आ जाओ जैसा कि हमेशा तुमसे कहा है मैंने |

आज तुम्हारा जन्म दिन है ,ईश्वर से प्रार्थना है बस हम लोगों का अभिमान यूं ही बना रहे | तुम जीवन में सदैव ऊंचाइया छूते रहो | सदा अपने मन की सुनना और जो भी करना पूरे जूनून और समर्पण के साथ , अपने कार्यों का आकलन स्वयं करना कि तुम्हारे कृत कार्य का समाज पर और परिवार पर दूरगामी परिणाम क्या होगा  और समाज में अपने को एक अच्छे नागरिक की तरह स्थापित करना | बस यही दुआ और कामना है |

प्यार सहित ,

पापा तुम्हारे ।
२५.८.२०१२ 

26 टिप्‍पणियां:

  1. अभिमान जरूर करिये साहब, अनिमेष को और आप सबको उसके जन्मदिन की बधाई और शुभकामनाएं|

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  2. वाह ...
    अभी अनिमेष को माँ के आँचल में देख कर आया हूँ अगले पेज पर पिता का आशीर्वाद आनंद आ गया !
    आपके दोनों पुत्र धनवान हैं कि उन्हें आप दोनों माता पिता मिले ! आपकी मंगल कामनाएं सफल होंगी , अनिमेष के जन्मदिन पर दोनों भाइयों को शुभकामनायें !

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  3. अनिमेष को हार्दिक शुभकामनायें, ऐसा स्नेहिल वातावरण निर्बाध विकास के रूप में निष्कर्ष पायेगा। अनिमेष यश-आकाश में चमकेगा और लोग अनिमेष निहारेंगे।

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  4. अनिमेष भाई के सभी सपने साकार हों,जीवन मे अनेकों सफलताएँ पाएँ यही कामना है।
    उन्हें हमारी ओर से जन्मदिन बहुत बहुत मुबारक।


    सादर

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  5. अनिमेष को जन्मदिन की बधाई और शुभकामनायें ..... सच क्यों न हो अभिमान ....

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  6. अनिमेष को जन्मदिन की शुभकामनायें।

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  7. Animesh ko janmadin ki dheron shubhakamnayen ....aise hii pragati ki or agrasar ho ....!!

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  8. अनिमेष को जन्मदिन की अशेष शुभकामनाएं और आशीर्वाद .

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  9. आपकी मंगल कामनाएं पूरी हों, अभिमान हमेशा कायम रहे...अनिमेष को जन्मदिन की शुभकामनायें और आशीष....

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  10. बच्चे जब छोटे रहते हैं तो लगता है..कि वो बड़े क्यों नहीं हो रहे...और जब एक दिन अचानक हमें ये अहसास होता है कि वो बड़े हो गये...तो उनका बचपन बहुत याद आता है...~ अनिमेष को जन्मदिन की हार्दिक बधाइयाँ ! May God Bless him !!!

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  11. हमारी ओर से जन्मदिन बहुत बहुत मुबारक।

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  12. .
    .
    .
    पिता का पत्र, पुत्र के नाम...

    अनिमेष बहुत खुशकिस्मत है... जन्मदिन की बधाई अनिमेष को...




    ...

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  13. अनिमेष को जन्मदिन की बधाई और शुभकामनाएं|

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  14. देर से ही सही , अनिमेष की जन्मदिन की बधाई एवं शुभकामनायें स्वीकार करें!

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  15. http://vivesoft.blogspot.in/2012/08/blog-post_20.html

    ये लिंक ज़रूर देख लें !

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  16. आपको व अनिमेष को शुभकामनाएँ.
    घुघूतीबासूती

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