"शब्द भीतर रहते हैं तो सालते रहते हैं,
मुक्त होते हैं तो साहित्य बनते हैं"। मन की बाते लिखना पुराना स्वेटर उधेड़ना जैसा है,उधेड़ना तो अच्छा भी लगता है और आसान भी, पर उधेड़े हुए मन को दुबारा बुनना बहुत मुश्किल शायद...।
बहुत ही उम्दा रचना , बधाई स्वीकार करें . आइये हमारे साथ उत्तरप्रदेश ब्लॉगर्स असोसिएसन पर और अपनी आवाज़ को बुलंद करें .कृपया फालोवर बन उत्साह वर्धन कीजिये
आपकी रचनात्मक ,खूबसूरत और भावमयी प्रस्तुति भी कल के चर्चा मंच का आकर्षण बनी है कल (24-2-2011) के चर्चा मंच पर अपनी पोस्ट देखियेगा और अपने विचारों से चर्चामंच पर आकर अवगत कराइयेगा और हमारा हौसला बढाइयेगा।
बेहतरीन रचना के लिए बधाई ।
जवाब देंहटाएंतुम हो एक खुशबू ,
जवाब देंहटाएंएक प्याली चाय की ,
सवेरे सवेरे |
... jiske bagair subah basi lagti hai
अहसास खुशनुमा अनूभुतियों का, सवेरे-सवेरे.
जवाब देंहटाएंआह हा ताजा ताजा ....
जवाब देंहटाएंएक ताज़गीपूर्ण रचना ...सुंदर
जवाब देंहटाएंतेरी ज़ुल्फ़ कह रही है तेरी रात का फ़साना :)
जवाब देंहटाएंबहुत ही उम्दा रचना , बधाई स्वीकार करें .
जवाब देंहटाएंआइये हमारे साथ उत्तरप्रदेश ब्लॉगर्स असोसिएसन पर और अपनी आवाज़ को बुलंद करें .कृपया फालोवर बन उत्साह वर्धन कीजिये
बहुत ही सुन्दर शब्दों से सजी यह प्रस्तुति ।
जवाब देंहटाएंसुबह जैसी ताज़ा पाँक्तियाँ। शुभप्रभातम।
जवाब देंहटाएंकोमल भावों से सजी ..
जवाब देंहटाएं..........दिल को छू लेने वाली प्रस्तुती
आप बहुत अच्छा लिखतें हैं...वाकई.... आशा हैं आपसे बहुत कुछ सीखने को मिलेगा....!!
तुम्हारा लजाना यूँ ,
जवाब देंहटाएंकह गया कहानी रात की ,
सवेरे सवेरे .....
तौबा .....!!
खुदा को याद कीजिये जनाब सवेरे-सवेरे .....
आपकी रचनात्मक ,खूबसूरत और भावमयी
जवाब देंहटाएंप्रस्तुति भी कल के चर्चा मंच का आकर्षण बनी है
कल (24-2-2011) के चर्चा मंच पर अपनी पोस्ट
देखियेगा और अपने विचारों से चर्चामंच पर आकर
अवगत कराइयेगा और हमारा हौसला बढाइयेगा।
http://charchamanch.blogspot.com/
bahut komal se ehsas jage hai savere savere...sunder rachana...
जवाब देंहटाएंचाय की प्याली ताजगी का स्वरूप हो गयी।
जवाब देंहटाएंबहुत ही अच्छा लगा पढ़कर सवेरे सवेरे
जवाब देंहटाएंबहुत कुछ मिल गया सवेरे-सवेरे .....दिन तो बढ़िया बीतेगा ही
जवाब देंहटाएंमनभावन रचना
मैं शाम को पढ़ रहा हूँ इसे और सुबह को महसूस कर रहा हूँ ! उफ़ ये ऑफिस की तैयारी सबेरे सबेरे !
जवाब देंहटाएंउनको देख कर लिखी गयी अभिव्यक्ति.
जवाब देंहटाएंबहुत ही सुन्दर.
सलाम.
Daily my morning tea becomes freshness personified .
जवाब देंहटाएंबेहतरीन
जवाब देंहटाएंतुम्हारा लजाना यूँ ,
जवाब देंहटाएंकह गया कहानी रात की ,
सवेरे सवेरे |
अतिसुन्दर भावाव्यक्ति , बधाई
अति सुन्दर बन पडी हैं ये पंक्तियाँ मित्र !
जवाब देंहटाएंati sundar rachna...
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