दूरियां तो बहुत है दरमियां
पर मन तो दूर नही न।
कुछ तुम कहो कुछ हम कहे,
बातें तो कभी खत्म न हो न।
चांद वहां आसमान यहां भी,
पहलू में सिमट कभी आओ न।
सांसे लो तुम पलकें गिरें यहां,
ख्वाब में रोज़ यूं ही आओ न।
शहद सी तुम मिष्टी सी बातें
खुल कर कभी खिलखलाओ न।
वाह! बहुत बढ़िया सर!
जवाब देंहटाएंवाह लाजवाब !!
जवाब देंहटाएंवाह !!! क्या बात !!! बहुत खूब ।
जवाब देंहटाएंशहद सी तुम मिष्टी सी बातें
जवाब देंहटाएंखुल कर कभी खिलखलाओ न।///
माशाल्लाह!!! आफरीन! आफरीन!🙏