ब्लॉग-पोस्ट लिखने के बाद उसे पब्लिश करना एक बहुत ही साधारण और सहज सी बात है | परन्तु मैंने पोस्ट पब्लिश करने के समय को ध्यान में रख कर जब उनका विश्लेषण किया तब कुछ बहुत ही चौंकाने वाले और मजेदार तथ्य संज्ञान में आये | संकलित निष्कर्ष कुछ यूँ हैं :
१. जो पोस्ट ब्रह्म मुहूर्त अर्थात सवेरे ४ से ७ बजे के बीच पब्लिश की गईं वे सबसे अधिक पढ़ीं गई |
२.सवेरे ९ से १० बजे के बीच पब्लिश की गई पोस्ट शुरुआत में पाठक नहीं बटोर पाई |
३.सायं काल ६ से ८ बजे के मध्य पब्लिश की गई पोस्ट सबसे कम पढ़ी गईं |
४.रात्रि ९ से ११ बजे के मध्य पब्लिश की गई पोस्ट पढ़ी अधिक गईं एवं टिप्पणी भी सर्वाधिक प्राप्त हुईं |
५.पोस्ट पब्लिश कभी भी करें ,परन्तु फेसबुक पर माहौल जुटने के बाद ही उसे शेयर करें |
पोस्ट कब पब्लिश की जाय ,यह इस पर भी निर्भर करता है कि पोस्ट का विषय क्या है |
१.ज्ञान ,ध्यान ,शिक्षा ,संस्कार की बाते हैं ,तब उन्हें सवेरे सवेरे पब्लिश करें |
२.देश ,समाज के बारे में चिंतन है तब सवेरे ९ से ११ बजे तक का समय उपयुक्त है |
३.इश्क ,मोहब्बत , रोमांस की बात है और कविता पब्लिश करनी है तब रात १० बजे के बाद सबसे उपयुक्त समय हैं |
४.लेख अगर आपसी संबंधों और विवादों को ले कर है तब उसे रात में कभी भी पब्लिश न करें | लोग पढेंगे कम , टिप्पणी अधिक चिपकायेंगे |
५.विषय वस्तु अगर स्त्री है तब सायं काल का समय सर्वोत्तम है |
६.हास्य व्यंग है ,तब कभी भी पब्लिश कर सकते हैं |
७.तमाम ब्लॉग एग्रेगेटर अपने शीर्षक के अधीन आपकी पोस्ट को छापते हैं | सबका समय अलग अलग है | 'ब्लॉग बुलेटिन' रात में निकलता है | अतः अगर आपने शाम को पब्लिश किया है तब वह वहां अवश्य मिलेगा |
८.कुछ लोग तो सिंडिकेट बना कर आपस में एक दूसरे को छापते रहते हैं |
" सभी ब्लॉगर १२ राशियों में बंटे हैं । २४ घंटों में से प्रत्येक राशि के ब्लॉगर के लिए २ घंटे आबंटित हुए । मध्य रात्रि से प्रारम्भ करते हुए ,मेष राशि से दो दो घंटे जोड़ते हुए अपनी अपनी राशि के अनुसार ब्लॉगर को अपनी पोस्ट पब्लिश करने की सलाह दी जाती है । परिणाम अच्छे प्राप्त होंगें ।"
उपरोक्त सारे तथ्य अनेक ब्लॉग पोस्टों पर किये गए सर्वे पर आधारित हैं | इसका मकसद किसी व्यक्ति / लेखक / कवि / ब्लॉगर की भावना को ठेस पहुंचाना बिलकुल नहीं है | किसी व्यक्ति का उपरोक्त निष्कर्ष से सहमत / असहमत होना उसका व्यक्तिगत विचार है |