tag:blogger.com,1999:blog-8505231129291060059.post7690189925233784854..comments2024-02-17T14:31:07.181+05:30Comments on "बस यूँ ही " .......अमित: " कविता भी रूठ गई ......"amit kumar srivastavahttp://www.blogger.com/profile/10782338665454125720noreply@blogger.comBlogger12125tag:blogger.com,1999:blog-8505231129291060059.post-27717406986465982952012-09-09T10:36:56.507+05:302012-09-09T10:36:56.507+05:30पीर यही कि पीर कही,
वह संग मेरे बन नीर बही।पीर यही कि पीर कही,<br />वह संग मेरे बन नीर बही।प्रवीण पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/10471375466909386690noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8505231129291060059.post-8951751852098366072012-09-07T21:20:27.469+05:302012-09-07T21:20:27.469+05:30बहुत बढ़िया कविता, काबिले तारीफ ।
मेरी नयी पोस्ट -...बहुत बढ़िया कविता, काबिले तारीफ ।<br />मेरी नयी पोस्ट -"क्या आप इंटरनेट पर ऐसे मशहूर होना चाहते है?" को अवश्य देखे ।धन्यवाद ।<br />मेरे ब्लॉग का पता है - harshprachar.blogspot.comHARSHVARDHAN https://www.blogger.com/profile/15717143838847827989noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8505231129291060059.post-31212518349213982752012-09-07T20:30:02.911+05:302012-09-07T20:30:02.911+05:30awesome :)awesome :)Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8505231129291060059.post-7875109964080630272012-09-07T16:44:32.710+05:302012-09-07T16:44:32.710+05:30अब तक तो मान गई होगी ना ? मैंने तो मना लिया और ल...अब तक तो मान गई होगी ना ? मैंने तो मना लिया और लिख भी दी .ashishhttps://www.blogger.com/profile/07286648819875953296noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8505231129291060059.post-28756767859717194992012-09-07T14:54:54.419+05:302012-09-07T14:54:54.419+05:30एक और बेहतरीन पोस्ट के लिए बधाइयाँ !एक और बेहतरीन पोस्ट के लिए बधाइयाँ !रवीन्द्र प्रभातhttps://www.blogger.com/profile/11471859655099784046noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8505231129291060059.post-46750838893175165592012-09-07T14:03:46.844+05:302012-09-07T14:03:46.844+05:30जल्दी जाइए ... मना कर वापस लाइये अपनी कविता को ......जल्दी जाइए ... मना कर वापस लाइये अपनी कविता को ... क्या करेंगे आप उसके बिना ... कुछ सोचा है ???<br /><br /><br /><a href="http://bulletinofblog.blogspot.in/2012/09/blog-post_7.html" rel="nofollow"> मुझ से मत जलो - ब्लॉग बुलेटिन </a> ब्लॉग जगत मे क्या चल रहा है उस को ब्लॉग जगत की पोस्टों के माध्यम से ही आप तक हम पहुँचते है ... आज आपकी यह पोस्ट भी इस प्रयास मे हमारा साथ दे रही है ... आपको सादर आभार ! शिवम् मिश्राhttps://www.blogger.com/profile/07241309587790633372noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8505231129291060059.post-88551170459138091442012-09-07T11:51:59.709+05:302012-09-07T11:51:59.709+05:30एक अनूठा स्वरुप देखा आज अभिव्यक्ति का ...सोचने पर ...एक अनूठा स्वरुप देखा आज अभिव्यक्ति का ...सोचने पर मजबूर कर दिया ..हाँ वास्तव में...हम सब यही तो करते हैं...बहुत सुन्दर प्रयोग ...बहुत सशक्त प्रस्तुति .....Sarashttps://www.blogger.com/profile/04867240453217171166noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8505231129291060059.post-50452263391681696332012-09-07T10:43:30.452+05:302012-09-07T10:43:30.452+05:30कविता का दर्द खूबसूरती से पिरोया है।कविता का दर्द खूबसूरती से पिरोया है।vandana guptahttps://www.blogger.com/profile/00019337362157598975noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8505231129291060059.post-55061773259444191822012-09-07T07:59:00.052+05:302012-09-07T07:59:00.052+05:30सुन्दर प्रस्तुतिसुन्दर प्रस्तुतिOnkarhttps://www.blogger.com/profile/15549012098621516316noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8505231129291060059.post-14610536052415836202012-09-06T16:46:57.120+05:302012-09-06T16:46:57.120+05:30बहुत बढिया ।बहुत बढिया ।सदाhttps://www.blogger.com/profile/10937633163616873911noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8505231129291060059.post-825910414395682012-09-06T12:58:16.408+05:302012-09-06T12:58:16.408+05:30संगीता दी की बात से सहमत ...!!
प्रभु प्रदत्त ,अभिव...संगीता दी की बात से सहमत ...!!<br />प्रभु प्रदत्त ,अभिव्यक्ति अभिव्यक्त होने के बहाने ढूंढ ही लेगी ...!!<br />अपनी जगह बना ही लेगी ....Anupama Tripathihttps://www.blogger.com/profile/06478292826729436760noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8505231129291060059.post-78007702477008458782012-09-06T11:09:58.554+05:302012-09-06T11:09:58.554+05:30कवित के दर्द को भी भली प्रकार व्यक्त कर दिया .... ...कवित के दर्द को भी भली प्रकार व्यक्त कर दिया .... वैसे कवित ज्यादा देर तक रूठने वालों में से नहीं । संगीता स्वरुप ( गीत )https://www.blogger.com/profile/18232011429396479154noreply@blogger.com