tag:blogger.com,1999:blog-8505231129291060059.post4016501736215812494..comments2024-02-17T14:31:07.181+05:30Comments on "बस यूँ ही " .......अमित: 'पेंसिल' बनाम 'पेन' amit kumar srivastavahttp://www.blogger.com/profile/10782338665454125720noreply@blogger.comBlogger10125tag:blogger.com,1999:blog-8505231129291060059.post-30226202886960788182014-01-18T12:18:48.633+05:302014-01-18T12:18:48.633+05:30is bhag daud bhari duniya me aise behtar vichar ac...is bhag daud bhari duniya me aise behtar vichar achcha hai sir jaari rakhe ise hum bhi fallow karte hai..............Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/18142745878131431235noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8505231129291060059.post-86626954924377109152014-01-17T14:02:48.246+05:302014-01-17T14:02:48.246+05:30टोके और सुधारें जाने की पीड़ा को अस्थायी ही रखें, ...टोके और सुधारें जाने की पीड़ा को अस्थायी ही रखें, पेंसिल प्रयोग करें।प्रवीण पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/10471375466909386690noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8505231129291060059.post-14716853446280779292014-01-14T23:09:10.572+05:302014-01-14T23:09:10.572+05:30अनुकरणीय...अनुकरणीय...Vaanbhatthttps://www.blogger.com/profile/12696036905764868427noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8505231129291060059.post-32269038895628388672014-01-13T17:07:07.277+05:302014-01-13T17:07:07.277+05:30बिल्कुल सही.
नई पोस्ट : मकर संक्रांति और मंदारबिल्कुल सही.<br />नई पोस्ट : <a href="http://dehatrkj.blogspot.in/2014/01/blog-post_6070.html" rel="nofollow"> मकर संक्रांति और मंदार </a><br /> राजीव कुमार झा https://www.blogger.com/profile/13424070936743610342noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8505231129291060059.post-60486637930018567852014-01-13T11:36:17.877+05:302014-01-13T11:36:17.877+05:30सही कहा अमित जीसही कहा अमित जीसंजय भास्कर https://www.blogger.com/profile/08195795661130888170noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8505231129291060059.post-20281222962043947212014-01-13T09:22:58.384+05:302014-01-13T09:22:58.384+05:30कितनी सरल पर सही और विचारणीय बात ....कितनी सरल पर सही और विचारणीय बात .... डॉ. मोनिका शर्मा https://www.blogger.com/profile/02358462052477907071noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8505231129291060059.post-4856943719552547462014-01-13T04:11:24.178+05:302014-01-13T04:11:24.178+05:30यह आदर्श का उच्च पैमान है। मैं आपकी भावनाओं का सम...यह आदर्श का उच्च पैमान है। मैं आपकी भावनाओं का सम्मान करता हूँ-ऐसा हो जाय तो कितना अच्छा हो! ऑडिटर द्वारा पेंसिल से लगाई जाने वाली आपत्ति के मूल में भी शायद यही भावना रही हो..हकीकत में होता यह है कि उच्च अधिकारी मातहत पर रोब गांठने का तनिक भी अवसर गंवाना नहीं चाहते। विद्यालयों में शिक्षक लाल स्याही से न केवल बड़ा-सा गोला बनाकर बच्चों को मर्माहत करते हैं अपितु उनके पैरेंट्स को बुलाकर लज्जित भी करते हैं। बड़ों का अहंकार और छोटों की मक्कारी दोनो कम हो और पेसिंल वाली भावना को समाज में स्थान मिले।..आमीन।देवेन्द्र पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/07466843806711544757noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8505231129291060059.post-28541130697575747712014-01-13T00:06:52.447+05:302014-01-13T00:06:52.447+05:30बिलकुल सही कहा अमित जी...मगर भावनाओं के ऐसी कद्र स...बिलकुल सही कहा अमित जी...मगर भावनाओं के ऐसी कद्र सब नहीं करते.<br />शायद इसी तरह हमारी रचनाओं की त्रुटि कोई जब inbox में बताते हैं (fb पर )तो उनके लिए मान और बढ़ जाता है. <br /><br />सादर<br />अनु ANULATA RAJ NAIRhttps://www.blogger.com/profile/02386833556494189702noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8505231129291060059.post-69113100760001513392014-01-12T23:15:16.944+05:302014-01-12T23:15:16.944+05:30सही बात है|सही बात है|ऋता शेखर 'मधु'https://www.blogger.com/profile/00472342261746574536noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8505231129291060059.post-69309844842277908062014-01-12T23:13:30.880+05:302014-01-12T23:13:30.880+05:30आज कल तो हम न ही पेन यूज करते हैं और न ही पेंसिल.....आज कल तो हम न ही पेन यूज करते हैं और न ही पेंसिल... कंप्यूटर के खटरागी हो गए हैं.....<br />हाँ लेकिन अगर यूं कहें कि जिस तरह ब्लॉग में अपना लिखा कमेन्ट मिटाया जाये तो पीछे एक निशान छोड़ जाता है.... और फेसबुक पर बिना किसी निशान के मिट जाता है तो ये उदाहरण सही बैठेगा..... निशान दिखाने के लिए एक कमेन्ट लिखकर मिटा भी दिया है.... :)Shekhar Sumanhttps://www.blogger.com/profile/02651758973102120332noreply@blogger.com