tag:blogger.com,1999:blog-8505231129291060059.post2638013159896893857..comments2024-02-17T14:31:07.181+05:30Comments on "बस यूँ ही " .......अमित: "ज़िन्दगी दो कश की………… "amit kumar srivastavahttp://www.blogger.com/profile/10782338665454125720noreply@blogger.comBlogger16125tag:blogger.com,1999:blog-8505231129291060059.post-84012532693949454472013-11-29T12:22:16.051+05:302013-11-29T12:22:16.051+05:30मैं अमूमन अपने किसी पोस्ट का प्रचार किसी दुसरे के ...मैं अमूमन अपने किसी पोस्ट का प्रचार किसी दुसरे के फेसबुक वाल अथवा ब्लॉग पर नहीं करता हूँ. मगर जब बात चली ही है तो अपने इस पोस्ट का जिक्र करने का दिल हो आया. :)<br /><br /><b>एक गंजेरी कि सूक्तियां</b><br />http://prashant7aug.blogspot.com/2010/05/blog-post_21.htmlPDhttps://www.blogger.com/profile/17633631138207427889noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8505231129291060059.post-58045311878675687282013-11-14T19:13:42.686+05:302013-11-14T19:13:42.686+05:30tulna jarur interesting hai ...tulna jarur interesting hai ...शारदा अरोराhttps://www.blogger.com/profile/06240128734388267371noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8505231129291060059.post-53481309045493344482013-11-14T11:28:15.384+05:302013-11-14T11:28:15.384+05:30बीडी, सिगारेट हमारे एक दोस्त पीते थे |गर्मी के दिन...बीडी, सिगारेट हमारे एक दोस्त पीते थे |गर्मी के दिन में इमली के पेड़ के नीचे बैठकर मुझे भी चखाया |मुझे चक्कर आ गया तो उसका होस उड़ गया |इमली के पत्ते मेरे मुहँ में ठुसते गए, मैं चबाकर खाता गया |थोड़ी देर मे ठीक हो गया |तबसे आज तक बीडी,सिगारेट पिया नहीं |<br />नई पोस्ट <a href="http://www.kpk-vichar.blogspot.in/2013/11/blog-post_14.html#links" rel="nofollow"> लोकतंत्र -स्तम्भ</a>कालीपद "प्रसाद"https://www.blogger.com/profile/09952043082177738277noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8505231129291060059.post-71617694861284238472013-11-13T09:34:51.864+05:302013-11-13T09:34:51.864+05:30
कही पढ़ा था जीवन जीना है तो जलती सिगरेट की तरह नही...<br />कही पढ़ा था जीवन जीना है तो जलती सिगरेट की तरह नहीं , सुगन्धित अगरबत्ती की तरह जियो ! वाणी गीतhttps://www.blogger.com/profile/01846470925557893834noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8505231129291060059.post-34811057762623546022013-11-12T18:26:53.039+05:302013-11-12T18:26:53.039+05:30हमने ससुर ई धूम्रदंडिका को आज तलक नहीं टराई मारा ,...हमने ससुर ई धूम्रदंडिका को आज तलक नहीं टराई मारा , का अब ई धूल धुआं अलग से फ़ांकते फ़िरें , जब इत्ता त आलरेडी फ़ेफ़डा में अपने आप ही घुस जाता है पोलुसन जी ......वैसे हमने दीवाने भी खूब देखे हैं इसके जी , एक से एक :) ..अब तो .....पिरचार नय देखते हैं जी ............इससे एक किलो टार जमा हो जाता है ...साला यमराज टाईप का भविष्यवाणी वाला आवाज़ में बोलता है । फ़िकर को धुंएं में उडाने वाला गनवा ओइसे ही थोडी हिट हुआ था ...अजय कुमार झाhttps://www.blogger.com/profile/16451273945870935357noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8505231129291060059.post-6102129305437059902013-11-11T14:56:36.370+05:302013-11-11T14:56:36.370+05:30किशोर मन के अंतर्द्वंदों को बहुत खूबसूरती से रखा ह...किशोर मन के अंतर्द्वंदों को बहुत खूबसूरती से रखा है.<br />नई पोस्ट : <a href="http://yunhiikabhi.blogspot.in/2013/11/blog-post_11.html" rel="nofollow"> फिर वो दिन<br /></a><br />राजीव कुमार झाhttps://www.blogger.com/profile/01325529492703038666noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8505231129291060059.post-36664350594419249402013-11-11T12:39:08.678+05:302013-11-11T12:39:08.678+05:30सच में मजा तो है किन्तु न जाने क्यों जीवन हर मजे क...सच में मजा तो है किन्तु न जाने क्यों जीवन हर मजे की सजा अवश्य देता है. शायद जीवन परपीड़क सैडिस्ट है. व्यक्ति ने खाया तो वजन बढ़ाया, अधिक खाया तो और वजन बढ़ाया, और अधिक खाया तो डायबेटीज कराया, मीठा खाया तो डायबेटीज गडबडाया, तला खाया तो कोलेस्ट्रोल बढ़ाया, और खाया तो दिल गडबडाया, बायपास करवाया, सिगरेट पी तो copd ... Chronic Obstructive Pulmonary Disease हो ली. जीवन का सार यह है कि जिस भी काम में मजा आए उसे छोड़ दो वह स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है. लम्बा जीना है तो यूँ जिओ कि जीवन जीने लायक ही न लगे। मजा किया तो जीवन मजे के लिए छोटा पड़ जाएगा।ghughutibasutihttps://www.blogger.com/profile/06098260346298529829noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8505231129291060059.post-91953942444311462492013-11-11T08:32:47.686+05:302013-11-11T08:32:47.686+05:30behtreen post...behtreen post...विभूति"https://www.blogger.com/profile/11649118618261078185noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8505231129291060059.post-22126534235442120782013-11-10T19:25:36.025+05:302013-11-10T19:25:36.025+05:30Lutf uthana behad jaroori hai....warna dhuwan to o...Lutf uthana behad jaroori hai....warna dhuwan to ojhil hi ho jaana hai...<br />Bahut sundar relate kiya hai sirji:-)<br />Prakash Jainhttps://www.blogger.com/profile/04801182284591806629noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8505231129291060059.post-60722259249733539612013-11-10T15:41:28.780+05:302013-11-10T15:41:28.780+05:30सच, आपने हर युवा के मन की बात कही है सच, आपने हर युवा के मन की बात कही है Onkarhttps://www.blogger.com/profile/15549012098621516316noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8505231129291060059.post-67916604581808947822013-11-10T15:13:55.552+05:302013-11-10T15:13:55.552+05:30दीपावली के धुंए के आगे सिगरेट का धुआं कुछ भी नहीं ...दीपावली के धुंए के आगे सिगरेट का धुआं कुछ भी नहीं है...Vaanbhatthttps://www.blogger.com/profile/12696036905764868427noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8505231129291060059.post-73278643684182565162013-11-10T11:56:34.901+05:302013-11-10T11:56:34.901+05:30युवाओं को बहुत लुभाती है सिगरेट ....खासकर धुँआ उड़ा...युवाओं को बहुत लुभाती है सिगरेट ....खासकर धुँआ उड़ाने का अंदाज़ खुद को किसी दार्शनिक के समकक्ष खड़ा पाता है ये बात सही लगती है मुझे भी ...पर सिगरेट ज़िंदगी तेज़ी से खर्च करती है इससे इंकार नहीं किया जा सकता <br />हाँ ....ज़िंदगी जीने का अंदाज़ मस्त-मौला होने में तो आनंद ही आनंद है ....सहमत हूँ मैं भी Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/15421768457680984416noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8505231129291060059.post-27918718477262155232013-11-10T11:54:59.706+05:302013-11-10T11:54:59.706+05:30धुएँ का भभका ऐसा होता है जो जीते जी दिखाई नहीं देत...धुएँ का भभका ऐसा होता है जो जीते जी दिखाई नहीं देता है :(विवेक रस्तोगीhttps://www.blogger.com/profile/01077993505906607655noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8505231129291060059.post-81573848140034536302013-11-09T11:59:26.769+05:302013-11-09T11:59:26.769+05:30सबको देख कर, बराबर मन करता है, कई बार पीए भी, पर प...सबको देख कर, बराबर मन करता है, कई बार पीए भी, पर पीने के बाद, हर बार ग्लानि ही अनुभव हुई... कुछ भी अलग नहीं लगा, ऊपर से गला जलता रहा !! मुकेश कुमार सिन्हाhttps://www.blogger.com/profile/14131032296544030044noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8505231129291060059.post-20869164464245931772013-11-09T10:36:19.755+05:302013-11-09T10:36:19.755+05:30कल 10/11/2013 को आपकी पोस्ट का लिंक होगा http://n...कल <b>10/11/2013</b> को आपकी पोस्ट का लिंक होगा <a href="http://nayi-purani-halchal.blogspot.in" rel="nofollow"> http://nayi-purani-halchal.blogspot.in </a> पर <br />धन्यवाद!<br />Yashwant R. B. Mathurhttps://www.blogger.com/profile/06997216769306922306noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8505231129291060059.post-58940505138051655222013-11-09T04:23:16.378+05:302013-11-09T04:23:16.378+05:30कभी सिगरेट का काश नहीं लिया। तो पता नहीं पहले और आ...कभी सिगरेट का काश नहीं लिया। तो पता नहीं पहले और आखिरी कश का एहसास क्या होता है। हाँ युवा होते कई युवकों को जिस अंदाज से सिगरेट पीते देखा है और जैसा कि आपने भी लिखा है। अगर उसी अंदाज से जिन्दगी जिए इंसान तो क्या कहना :).shikha varshneyhttps://www.blogger.com/profile/07611846269234719146noreply@blogger.com